अमरकोषसम्पद्

         

नैरृत (पुं) == राक्षसः

यातुधानः पुण्यजनो नैर्ऋतो यातुरक्षसी 
स्वर्गवर्गः 1.1.60.2.3

पर्यायपदानि
 राक्षसः कौणपः क्रव्यात् क्रव्यादोऽस्रप आशरः॥
 रात्रिञ्चरो रात्रिचरः कर्बुरो निकषात्मजः।
 यातुधानः पुण्यजनो नैर्ऋतो यातुरक्षसी॥

 राक्षस (पुं)
 कौणप (पुं)
 क्रव्याद् (पुं)
 क्रव्याद (पुं)
 अस्रप (पुं)
 +अश्रप (पुं)
 आशर (पुं)
 +आशिर (पुं)
 रात्रिञ्चर (पुं)
 रात्रिचर (पुं)
 कर्बुर (पुं)
 +कर्बर (पुं)
 निकषात्मज (पुं)
 यातुधान (पुं)
 +जातुधान (पुं)
 पुण्यजन (पुं)
 नैरृत (पुं)
 यातु (नपुं)
 रक्षस् (पुं)
अर्थान्तरम्
 इन्द्रो वह्निः पितृपतिर्नैर्ऋतो वरुणो मरुत्।

 नैरृत (पुं) - नैरृत्यदिशायाः स्वामी 1.3.2.4
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