अमरकोषसम्पद्

         

नित्य (नपुं) == अविरतम्

नित्यानवरताजस्रमप्यथातिशयो भरः 
स्वर्गवर्गः 1.1.66.1.1

पर्यायपदानि
 सततानारताश्रान्तसन्तताविरतानिशम्॥
 नित्यानवरताजस्रमप्यथातिशयो भरः।

 सतत (नपुं)
 अनारत (नपुं)
 अश्रान्त (नपुं)
 सन्तत (नपुं)
 अविरत (नपुं)
 अनिश (नपुं)
 नित्य (नपुं)
 अनवरत (नपुं)
 अजस्र (नपुं)
अर्थान्तरम्
 शाश्वतस्तु ध्रुवो नित्यसदातनसनातनाः॥

 नित्य (वि) - नित्यम् 3.1.72.2
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue