अमरकोषसम्पद्

         

अभ्र (नपुं) == मेघः

अभ्रं मेघो वारिवाहः स्तनयित्नुर्बलाहकः 
दिग्वर्गः 1.3.6.2.1

पर्यायपदानि
 अभ्रं मेघो वारिवाहः स्तनयित्नुर्बलाहकः॥
 धाराधरो जलधरस्तडित्वान्वारिदोऽम्बुभृत्।
 घनजीमूतमुदिरजलमुग्धूमयोनयः॥

 अभ्र (नपुं)
 मेघ (पुं)
 वारिवाह (पुं)
 स्तनयित्नु (पुं)
 बलाहक (पुं)
 धाराधर (पुं)
 जलधर (पुं)
 +पयोधर (पुं)
 तडित्वत् (पुं)
 वारिद (पुं)
 अम्बुभृत् (पुं)
 घन (पुं)
 जीमूत (पुं)
 मुदिर (पुं)
 जलमुच् (पुं)
 +पयोमुच् (पुं)
 धूमयोनि (पुं)
अर्थान्तरम्
 द्योदिवौ द्वे स्त्रियामभ्रं व्योम पुष्करमम्बरम्।

 अभ्र (नपुं) - आकाशः 1.2.1.1
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue