अमरकोषसम्पद्

         

हृदय (नपुं) == मनस्

चित्तं तु चेतो हृदयं स्वान्तं हृन्मानसं मनः 
कालवर्गः 1.4.31.2.3

पर्यायपदानि
 चित्तं तु चेतो हृदयं स्वान्तं हृन्मानसं मनः॥

 चित्त (नपुं)
 चेतस् (नपुं)
 हृदय (नपुं)
 स्वान्त (नपुं)
 हृद् (नपुं)
 मानस (नपुं)
 मनस् (नपुं)
अर्थान्तरम्
 बुक्काग्रमांसं हृदयं हृन्मेदस्तु वपा वसा॥

 हृदय (नपुं) - हृदयकमलम् 2.6.64.2
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