अमरकोषसम्पद्

         

+समज्या (स्त्री) == कीर्तिः

यशः कीर्तिः समज्ञा च स्तवः स्तोत्रं स्तुतिर्नुतिः 
शब्दादिवर्गः 1.6.11.2.3.3

पर्यायपदानि
 यशः कीर्तिः समज्ञा च स्तवः स्तोत्रं स्तुतिर्नुतिः॥

 यशस् (नपुं)
 कीर्ति (स्त्री)
 समज्ञा (स्त्री)
 +समाज्ञा (स्त्री)
 +समज्या (स्त्री)
अर्थान्तरम्
 समज्या परिषद्गोष्ठी सभासमितिसंसदः।

 समज्या (स्त्री) - सभा 2.7.15.1
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