अमरकोषसम्पद्

         

तृष् (स्त्री) == स्पृहा

इच्छा काङ्क्षा स्पृहेहा तृड्वाञ्छा लिप्सा मनोरथः 
नाट्यवर्गः 1.7.27.2.5

पर्यायपदानि
 प्रेमा ना प्रियता हार्दं प्रेमस्नेहोऽथ दोहदम्।
 इच्छा काङ्क्षा स्पृहेहा तृड्वाञ्छा लिप्सा मनोरथः॥
 कामोऽभिलाषस्तर्षश्च सोऽत्यर्थं लालसा द्वयोः।

 दोहद (नपुं)
 इच्छा (स्त्री)
 काङ्क्षा (स्त्री)
 स्पृहा (स्त्री)
 ईहा (स्त्री)
 तृष् (स्त्री)
 वाञ्छा (स्त्री)
 लिप्सा (स्त्री)
 मनोरथ (पुं)
 काम (पुं)
 अभिलाष (पुं)
 तर्ष (पुं)
अर्थान्तरम्
 उदन्या तु पिपासा तृट्तर्षो जग्धिस्तु भोजनम्॥

 तृष् (स्त्री) - पिपासा 2.9.55.2
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue