अमरकोषसम्पद्

         

क्षिति (स्त्री) == भूमिः

धरा धरित्री धरणिः क्षोणिर्ज्या काश्यपी क्षितिः 
भूमिवर्गः 2.1.2.2.7

पर्यायपदानि
 भूर्भूमिरचलानन्ता रसा विश्वम्भरा स्थिरा।
 धरा धरित्री धरणिः क्षोणिर्ज्या काश्यपी क्षितिः॥
 सर्वंसहा वसुमती वसुधोर्वी वसुन्धरा।
 गोत्रा कुः पृथिवी पृथ्वी क्ष्मावनिर्मेदिनी मही॥
 विपुला गह्वरी धात्री गौरिला कुम्भिनी क्षमा।
 भूतधात्री रत्नगर्भा जगती सागराम्बरा।

 भू (स्त्री)
 भूमि (स्त्री)
 अचला (स्त्री)
 अनन्ता (स्त्री)
 रसा (स्त्री)
 विश्वम्भरा (स्त्री)
 स्थिरा (स्त्री)
 धरा (स्त्री)
 धरित्री (स्त्री)
 धरणि (स्त्री)
 क्षोणि (स्त्री)
 ज्या (स्त्री)
 काश्यपी (स्त्री)
 क्षिति (स्त्री)
 सर्वंसहा (स्त्री)
 वसुमती (स्त्री)
 वसुधा (स्त्री)
 उर्वी (स्त्री)
 वसुन्धरा (स्त्री)
 गोत्रा (स्त्री)
 कु (स्त्री)
 पृथिवी (स्त्री)
 पृथ्वी (स्त्री)
 क्ष्मा (स्त्री)
 अवनि (स्त्री)
 मेदिनी (स्त्री)
 मही (स्त्री)
 विपुला (स्त्री)
 गह्वरी (स्त्री)
 धात्री (स्त्री)
 गो (स्त्री)
 इला (स्त्री)
 कुम्भिनी (स्त्री)
 क्षमा (स्त्री)
 भूतधात्री (स्त्री)
 रत्नगर्भा (स्त्री)
 जगती (स्त्री)
 सागराम्बरा (स्त्री)
अर्थान्तरम्
 सङ्गे सभायां समितिः क्षयवासावपि क्षिती॥

 क्षिति (स्त्री) - अपचयः 3.3.70.2
 क्षिति (स्त्री) - वासः 3.3.70.2
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