अमरकोषसम्पद्

         

कश्य (नपुं) == सुरा

मदिरा कश्यमद्ये चाप्यवदंशस्तु भक्षणम् 
शूद्रवर्गः 2.10.40.1.2

पर्यायपदानि
 सुरा हलिप्रिया हाला परिस्रुद्वरुणात्मजा।
 गन्धोत्तमाप्रसन्नेराकादम्बर्यः परिस्रुता॥
 मदिरा कश्यमद्ये चाप्यवदंशस्तु भक्षणम्।

 सुरा (स्त्री)
 हलिप्रिया (स्त्री)
 हाला (स्त्री)
 परिस्रुत् (स्त्री)
 वरुणात्मजा (स्त्री)
 गन्धोत्तमा (स्त्री)
 प्रसन्ना (स्त्री)
 इरा (स्त्री)
 कादम्बरी (स्त्री)
 परिस्रुत् (स्त्री)
 मदिरा (स्त्री)
 कश्य (नपुं)
 मद्य (नपुं)
अर्थान्तरम्
 कश्यं तु मध्यमश्वानां हेषा ह्रेषा च निस्वनः॥
 कश्यः कश्यार्हे सन्नद्धे त्वाततायी वधोद्यते॥

 कश्य (नपुं) - अश्वमध्यम् 2.8.47.2
 कश्य (वि) - ताडनार्हः 3.1.44.2
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