अमरकोषसम्पद्

         

संस्पर्शा (स्त्री) == चक्रवर्तिनी

संस्पर्शाथ शटी गन्धमूली षड्ग्रन्थिकेत्यपि 
वनौषधिवर्गः 2.4.154.1.1

पर्यायपदानि
 जनी जतूका रजनी जतुकृच्चक्रवर्तिनी॥
 संस्पर्शाथ शटी गन्धमूली षड्ग्रन्थिकेत्यपि।

 जनी (स्त्री)
 जतूका (स्त्री)
 रजनी (स्त्री)
 जतुकृत् (स्त्री)
 चक्रवर्तिनी (स्त्री)
 संस्पर्शा (स्त्री)
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