अमरकोषसम्पद्

         

ग्रन्थिल (पुं) == विकङ्कतः

विकङ्कतः स्रुवावृक्षो ग्रन्थिलो व्याघ्रपादपि 
वनौषधिवर्गः 2.4.37.2.3

पर्यायपदानि
 सौवीरं बदरं घोण्टाप्यथ स्यात्स्वादुकण्टकः।
 विकङ्कतः स्रुवावृक्षो ग्रन्थिलो व्याघ्रपादपि॥

 स्वादुकण्टक (पुं)
 विकङ्कत (पुं)
 श्रुवावृक्ष (पुं)
 ग्रन्थिल (पुं)
 व्याघ्रपाद् (पुं)
अर्थान्तरम्
 करवीरे करीरे तु क्रकरग्रन्थिलावुभौ।

 ग्रन्थिल (पुं) - करीरः 2.4.77.1
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