अमरकोषसम्पद्

         

रुचक (नपुं) == स्वर्जिकाक्षारः

सौवर्चलं स्याद्रुचकं त्वक्क्षीरी वंशरोचना 
वैश्यवर्गः 2.9.109.2.2

पर्यायपदानि
 पाक्योऽथ सर्जिकाक्षारः कापोतः सुखवर्चकः।
 सौवर्चलं स्याद्रुचकं त्वक्क्षीरी वंशरोचना॥

 स्वर्जिकाक्षार (पुं)
 कापोत (नपुं)
 सुखवर्चक (पुं)
 सौवर्चल (नपुं)
 रुचक (नपुं)
अर्थान्तरम्
 एरण्ड उरुबूकश्च रुचकश्चित्रकश्च सः।
 फलपूरो बीजपूरो रुचको मातुलुङ्गके॥
 सौवर्चलेऽक्षरुचके तिलकं तत्र मेचके।

 रुचक (पुं) - एरण्डः 2.4.51.1
 रुचक (पुं) - मातुलिङ्गकः 2.4.78.2
 रुचक (पुं) - मधुरलवणम् 2.9.43.1
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue