अमरकोषसम्पद्

         

श्राय (पुं) == सेवा

उन्नाय उन्नये श्रायः श्रयणे जयने जयः 
सङ्कीर्णवर्गः 3.2.12.1.3

पर्यायपदानि
 उन्नाय उन्नये श्रायः श्रयणे जयने जयः।

 श्राय (पुं)
 श्रयण (नपुं)
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