अमरकोषसम्पद्

         

सभाजन (नपुं) == आलिङ्गनकुशलप्रश्नादिनानन्दनम्

वर्धनं छेदनेऽथ द्वे आनन्दनसभाजने 
सङ्कीर्णवर्गः 3.2.7.1.4

पर्यायपदानि
 वर्धनं छेदनेऽथ द्वे आनन्दनसभाजने।
 आप्रच्छन्नमथाम्नायः सम्प्रदायः क्षये क्षिया॥

 आनन्दन (नपुं)
 सभाजन (नपुं)
 आप्रच्छन्न (नपुं)
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