अमरकोषसम्पद्

         

द्विजिह्व (पुं) == सर्पः

कम्बुर्ना वलये शङ्खे द्विजिह्वौ सर्पसूचकौ 
नानार्थवर्गः 3.3.133.2.2

पर्यायपदानि
 कम्बुर्ना वलये शङ्खे द्विजिह्वौ सर्पसूचकौ॥
 भेद्यलिङ्गः शठे व्यालः पुंसि श्वापदसर्पयोः।
 भोगः सुखे स्त्र्यादिभृतावहेश्च फणकाययोः।
 सर्प मांसात्पशू व्याडौ गोभूवाचस्त्विडा इलाः॥

 भोग (पुं)
 व्याड (पुं)
 द्विजिह्व (पुं)
 व्याल (पुं)
अर्थान्तरम्
 कम्बुर्ना वलये शङ्खे द्विजिह्वौ सर्पसूचकौ॥

 द्विजिह्व (पुं) - सूचकः 3.3.133.2
द्विजिह्व (पुं) == सूचकः

कम्बुर्ना वलये शङ्खे द्विजिह्वौ सर्पसूचकौ 
नानार्थवर्गः 3.3.133.2.2

पर्यायपदानि
 कम्बुर्ना वलये शङ्खे द्विजिह्वौ सर्पसूचकौ॥
 भेद्यलिङ्गः शठे व्यालः पुंसि श्वापदसर्पयोः।
 भोगः सुखे स्त्र्यादिभृतावहेश्च फणकाययोः।
 सर्प मांसात्पशू व्याडौ गोभूवाचस्त्विडा इलाः॥

 भोग (पुं)
 व्याड (पुं)
 द्विजिह्व (पुं)
 व्याल (पुं)
अर्थान्तरम्
 कम्बुर्ना वलये शङ्खे द्विजिह्वौ सर्पसूचकौ॥

 द्विजिह्व (पुं) - सूचकः 3.3.133.2
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