अमरकोषसम्पद्

         

अज (पुं) == शिवः

अजा विष्णुहरच्छागा गोष्ठाध्वनिवहा व्रजाः 
नानार्थवर्गः 3.3.30.2.1

पर्यायपदानि
 गोधुग्गोष्ठपती गोपौ हरविष्णू वृषाकपी।
 अजा विष्णुहरच्छागा गोष्ठाध्वनिवहा व्रजाः॥
 शिपिविष्टस्तु खलतौ दुश्चर्मणि महेश्वरे॥
 पटुर्द्वौ वाच्यलिङ्गौ च नीलकण्ठः शिवेऽपि च।

 अज (पुं)
 शिपिविष्ट (पुं)
 नीलकण्ठ (पुं)
 वृषाकपि (पुं)
अर्थान्तरम्
 अजा छागी शुभच्छागबस्तच्छगलका अजे।
 अजा विष्णुहरच्छागा गोष्ठाध्वनिवहा व्रजाः॥

 अज (पुं) - अजः 2.9.76.1
 अज (पुं) - विष्णुः 3.3.30.2
अज (पुं) == विष्णुः

अजा विष्णुहरच्छागा गोष्ठाध्वनिवहा व्रजाः 
नानार्थवर्गः 3.3.30.2.1

पर्यायपदानि
 गोधुग्गोष्ठपती गोपौ हरविष्णू वृषाकपी।
 अजा विष्णुहरच्छागा गोष्ठाध्वनिवहा व्रजाः॥
 शिपिविष्टस्तु खलतौ दुश्चर्मणि महेश्वरे॥
 पटुर्द्वौ वाच्यलिङ्गौ च नीलकण्ठः शिवेऽपि च।

 अज (पुं)
 शिपिविष्ट (पुं)
 नीलकण्ठ (पुं)
 वृषाकपि (पुं)
अर्थान्तरम्
 अजा छागी शुभच्छागबस्तच्छगलका अजे।
 अजा विष्णुहरच्छागा गोष्ठाध्वनिवहा व्रजाः॥

 अज (पुं) - अजः 2.9.76.1
 अज (पुं) - विष्णुः 3.3.30.2
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