अमरकोषसम्पद्

         

वारिवर्गः 1.10.18

सहस्रदंष्ट्रः पाठीन उलूपी शिशुकः समौ
नलमीनश्चिलिचिमः प्रोष्ठी तु शफरीद्वयोः

सहस्रदंष्ट्र (पुं) = बहुदंष्ट्रः मत्स्यः. 1.10.18.1.1

पाठीन (पुं) = बहुदंष्ट्रः मत्स्यः. 1.10.18.1.2

उलूपिन् (पुं) = शिशुमार-आकारमत्स्यः. 1.10.18.1.3

शिशुक (पुं) = शिशुमार-आकारमत्स्यः. 1.10.18.1.4

नलमीन (पुं) = नलवनचारिणो मत्स्यविशेषः. 1.10.18.2.1

चिलिचिम (पुं) = नलवनचारिणो मत्स्यविशेषः. 1.10.18.2.2

प्रोष्ठी (स्त्री-पुं) = प्रोष्ठीमत्स्यः. 1.10.18.2.3

शफरी (स्त्री-पुं) = शफरीमत्स्यः. 1.10.18.2.4

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