अमरकोषसम्पद्

         

क्षत्रियवर्गः 2.8.80

एकेभैकरथा त्र्यश्वा पत्तिः पञ्चपदातिका
पत्त्यङ्गैस्त्रिगुणैः सर्वैः क्रमादाख्या यथोत्तरम्

पत्ति (पुं) = पत्तिसेना. 2.8.80.1.1

- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue