अमरकोषसम्पद्

         

क्षत्रियवर्गः 2.8.98

संशप्तकास्तु समयात्संग्रामादनिवर्तिनः
रेणुर्द्वयोः स्त्रियां धूलिः पांसुर्ना न द्वयो रजः

संशप्तक (पुं) = शपतवशात्सङ्ग्रामादपरावर्तिः. 2.8.98.1.1

रेणु (स्त्री-पुं) = रजः. 2.8.98.2.1

धूलि (स्त्री) = रजः. 2.8.98.2.2

पांसु (पुं) = रजः. 2.8.98.2.3

रजस् (नपुं) = रजः. 2.8.98.2.4

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