अमरकोषसम्पद्

         

सङ्कीर्णवर्गः 3.2.2

साकल्यासङ्गवचने पारायणतुरायणे
यदृच्छा स्वैरिता हेतुशून्या त्वास्था विलक्षणम्

पारायण (वि) = साकल्यवचनम्. 3.2.2.1.1

तुरायण (वि) = आसङ्गवचनम्. 3.2.2.1.2

यदृच्छा (स्त्री) = स्वातन्त्र्यम्. 3.2.2.2.1

स्वैरिता (स्त्री) = स्वातन्त्र्यम्. 3.2.2.2.2

विलक्षण (नपुं) = हेतुशून्यास्था. 3.2.2.2.3

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