अमरकोषसम्पद्

         

सङ्कीर्णवर्गः 3.2.36

आविधो विध्यते येन तत्र विष्वक्समे निघः
उत्कारश्च निकारश्च द्वौ धान्योत्क्षेपणार्थकौ

आविध (पुं) = भ्रमरसूच्यादिः. 3.2.36.1.1

निघ (पुं) = तुल्यारोहपरिणाहवृक्षादिः. 3.2.36.1.2

उत्कार (पुं) = धान्यानामूर्ध्वक्षेपणम्. 3.2.36.2.1

निकार (पुं) = धान्यानामूर्ध्वक्षेपणम्. 3.2.36.2.2

- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue