अमरकोषसम्पद्

         

अलीक (नपुं) == असत्यवचनम्

पीडार्थेऽपि व्यलीकं स्यादलीकं त्वप्रियेऽनृते 
नानार्थवर्गः 3.3.12.2.2

पर्यायपदानि
 पीडार्थेऽपि व्यलीकं स्यादलीकं त्वप्रियेऽनृते॥
 अयोघने शैलशृङ्गे सीराङ्गे कूटमस्त्रियाम्।

 अलीक (नपुं)
 कूट (पुं-नपुं)
अर्थान्तरम्
 पीडार्थेऽपि व्यलीकं स्यादलीकं त्वप्रियेऽनृते॥

 अलीक (नपुं) - अप्रियम् 3.3.12.2
अलीक (नपुं) == अप्रियम्

पीडार्थेऽपि व्यलीकं स्यादलीकं त्वप्रियेऽनृते 
नानार्थवर्गः 3.3.12.2.2

पर्यायपदानि
 पीडार्थेऽपि व्यलीकं स्यादलीकं त्वप्रियेऽनृते॥
 अयोघने शैलशृङ्गे सीराङ्गे कूटमस्त्रियाम्।

 अलीक (नपुं)
 कूट (पुं-नपुं)
अर्थान्तरम्
 पीडार्थेऽपि व्यलीकं स्यादलीकं त्वप्रियेऽनृते॥

 अलीक (नपुं) - अप्रियम् 3.3.12.2
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