अमरकोषसम्पद्

         

कुसुम्भ (नपुं) == कुसुम्भम्

स्यात्कुसुम्भं वह्निशिखं महारजनमित्यपि 
वैश्यवर्गः 2.9.106.2.1

पर्यायपदानि
 रङ्गवङ्गे अथ पिचुस्तूलोऽथ कमलोत्तरम्।
 स्यात्कुसुम्भं वह्निशिखं महारजनमित्यपि॥

 कमलोत्तर (नपुं)
 कुसुम्भ (नपुं)
 वह्निशिख (नपुं)
 महारजन (नपुं)
अर्थान्तरम्
 स्यान्महारजते क्लीबं कुसुम्भं करके पुमान्॥

 कुसुम्भ (पुं) - कमण्डलुः 3.3.136.2
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue