अमरकोषसम्पद्

         

निर्वेश (पुं) == भृतिः

रहः प्रकाशौ वीकाशौ निर्वेशो भृतिभोगयोः 
नानार्थवर्गः 3.3.215.2.2

पर्यायपदानि
 रहः प्रकाशौ वीकाशौ निर्वेशो भृतिभोगयोः॥
 प्रेक्षा नृत्येक्षणं प्रज्ञा भिक्षा सेवार्थना भृतिः॥
 पणो द्यूतादिषूत्सृष्टे भृतौ मूल्ये धनेऽपि च॥

 पण (पुं)
 निर्वेश (पुं)
 भिक्षा (स्त्री)
अर्थान्तरम्
 भरण्यं भरणं मूल्यं निर्वेशः पण इत्यपि॥
 निर्वेश उपभोगः स्यात्परिसर्पः परिक्रिया।
 रहः प्रकाशौ वीकाशौ निर्वेशो भृतिभोगयोः॥

 निर्वेश (पुं) - वेतनम् 2.10.38.2
 निर्वेश (पुं) - उपभोगः 3.2.20.1
 निर्वेश (पुं) - अनुभवः 3.3.215.2
निर्वेश (पुं) == अनुभवः

रहः प्रकाशौ वीकाशौ निर्वेशो भृतिभोगयोः 
नानार्थवर्गः 3.3.215.2.2

पर्यायपदानि
 रहः प्रकाशौ वीकाशौ निर्वेशो भृतिभोगयोः॥
 प्रेक्षा नृत्येक्षणं प्रज्ञा भिक्षा सेवार्थना भृतिः॥
 पणो द्यूतादिषूत्सृष्टे भृतौ मूल्ये धनेऽपि च॥

 पण (पुं)
 निर्वेश (पुं)
 भिक्षा (स्त्री)
अर्थान्तरम्
 भरण्यं भरणं मूल्यं निर्वेशः पण इत्यपि॥
 निर्वेश उपभोगः स्यात्परिसर्पः परिक्रिया।
 रहः प्रकाशौ वीकाशौ निर्वेशो भृतिभोगयोः॥

 निर्वेश (पुं) - वेतनम् 2.10.38.2
 निर्वेश (पुं) - उपभोगः 3.2.20.1
 निर्वेश (पुं) - अनुभवः 3.3.215.2
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue