अमरकोषसम्पद्

         

पत्रिन् (पुं) == बाणः

कलम्बमार्गणशराः पत्री रोप इषुर्द्वयोः 
क्षत्रियवर्गः 2.8.87.1.4

पर्यायपदानि
 पृषत्कबाणविशिखा अजिह्मगखगाशुगाः॥
 कलम्बमार्गणशराः पत्री रोप इषुर्द्वयोः।

 पृषत्क (पुं)
 बाण (पुं)
 विशिख (पुं)
 अजिह्मग (पुं)
 खग (पुं)
 आशुग (पुं)
 कलम्ब (पुं)
 मार्गण (पुं)
 शर (पुं)
 पत्रिन् (पुं)
 रोप (पुं)
 इषु (स्त्री-पुं)
अर्थान्तरम्
 पत्री श्येन उलूकस्तु वायसारातिपेचकौ।
 पतत्रिपत्रिपतगपतत्पत्ररथाण्डजाः।

 पत्रिन् (पुं) - श्येनः 2.5.15.1
 पत्रिन् (पुं) - पक्षी 2.5.33.1
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