अमरकोषसम्पद्

         

बृंहित (नपुं) == हस्तिगर्जनम्

क्रन्दनं योधसंरावो बृंहितं करिगर्जितम् 
क्षत्रियवर्गः 2.8.107.2.3

पर्यायपदानि
 क्रन्दनं योधसंरावो बृंहितं करिगर्जितम्॥

 बृंहित (नपुं)
 करिगर्जित (नपुं)
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