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Pandanus
विहायस् (पुं) == पक्षी
खगे विहङ्गविहगविहङ्गमविहायसः
सिंहादिवर्गः 2.5.32.1.5
पर्यायपदानि
खगे विहङ्गविहगविहङ्गमविहायसः।
शकुन्तिपक्षिशकुनिशकुन्तशकुनद्विजाः॥
पतत्रिपत्रिपतगपतत्पत्ररथाण्डजाः।
नगौकोवाजिविकिरविविष्किरपतत्रयः॥
नीडोद्भवाः गरुत्मन्तः पित्सन्तो नभसङ्गमाः।
खग (पुं)
विहङ्ग (पुं)
विहग (पुं)
विहङ्गम (पुं)
विहायस् (पुं)
शकुन्ति (पुं)
पक्षिन् (पुं)
शकुनि (पुं)
शकुन्त (पुं)
शकुन (पुं)
द्विज (पुं)
पतत्रिन् (पुं)
पत्रिन् (पुं)
पतग (पुं)
पतत् (पुं)
पत्ररथ (पुं)
अण्डज (पुं)
नगौकस् (पुं)
वाजिन् (पुं)
विकिर (पुं)
वि (पुं)
विष्किर (पुं)
पतत्रि (पुं)
नीडोद्भव (पुं)
गरुत्मत् (पुं)
पित्सन्त् (पुं)
नभसङ्गम (पुं)
अर्थान्तरम्
वियद्विष्णुपदं वा तु पुंस्याकाशविहायसी।
विहायसोऽपि नाकोऽपि द्युरपि स्यात्तदव्ययम्।
विहायस् (पुं-नपुं) - आकाशः 1.2.1.3
विहायस् (पुं) - आकाशः 1.2.1.4
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