अमरकोषसम्पद्

         

पातालभोगिवर्गः 1.8.4

विष्वक्संतमसं नागाः काद्रवेयास्तदीश्वराः
शेषोऽनन्तो वासुकिस्तु सर्पराजोऽथ गोनसे

सन्तमस (नपुं) = व्यापकतमस्. 1.8.4.1.1

नाग (पुं) = नागाः. 1.8.4.1.2

काद्रवेय (पुं) = नागाः. 1.8.4.1.3

शेष (पुं) = नागानाम् स्वामिः. 1.8.4.2.1

अनन्त (पुं) = नागानाम् स्वामिः. 1.8.4.2.2

वासुकि (पुं) = नागराजः. 1.8.4.2.3

सर्पराज (पुं) = नागराजः. 1.8.4.2.4

गोनस (पुं) = सर्पविशेषः. 1.8.4.2.5

- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue