अमरकोषसम्पद्

         

ब्रह्मवर्गः 2.7.43

ऋषयः सत्यवचसः स्नातकस्त्वाप्लुतो व्रती
ये निर्जितेन्द्रियग्रामा यतिनो यतयश्च ते

ऋषि (पुं) = ऋषिः. 2.7.43.1.1

सत्यवाक् (पुं) = ऋषिः. 2.7.43.1.2

स्नातक (पुं) = समाप्तवेदाध्ययनाश्रमान्तरागतः. 2.7.43.1.3

आप्लुतव्रती (पुं) = समाप्तवेदाध्ययनाश्रमान्तरागतः. 2.7.43.1.4

यतिन् (पुं) = निर्जितेन्द्रिययतिः. 2.7.43.2.1

यति (पुं) = निर्जितेन्द्रिययतिः. 2.7.43.2.2

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