अमरकोषसम्पद्

         

ब्रह्मवर्गः 2.7.49

नियमस्तु स तत्कर्म नित्यमागन्तुसाधनम्
क्षौरम्तु भद्राकरणं मुण्डनं वपनं त्रिषु
उपवीतं ब्रह्मसूत्रं प्रोद्धृते दक्षिणे करे

नियम (पुं) = नियमकर्मः. 2.7.49.1.1

क्षौर (नपुं) = मुण्डनम्. 2.7.49.2.1

भद्राकरण (नपुं) = मुण्डनम्. 2.7.49.2.2

मुण्डन (नपुं) = मुण्डनम्. 2.7.49.2.3

वपन (वि) = मुण्डनम्. 2.7.49.2.4

उपवीत (नपुं) = यज्ञोपवीतम्. 2.7.49.3.1

यज्ञसूत्र (नपुं) = यज्ञोपवीतम्. 2.7.49.3.2

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