अमरकोषसम्पद्

         

वैश्यवर्गः 2.9.66

स तु सर्वधुरीणः स्याद्यो वै सर्वधुरावहः
माहेयी सौरभेयी गौरुस्रा माता च शृङ्गिणी

सर्वधुरीण (पुं) = धुरीणश्रेष्ठः. 2.9.66.1.1

सर्वधुरावह (पुं) = धुरीणश्रेष्ठः. 2.9.66.1.2

माहेयी (स्त्री) = गौः. 2.9.66.2.1

सौरभेयी (स्त्री) = गौः. 2.9.66.2.2

गो (पुं) = गौः. 2.9.66.2.3

उस्रा (स्त्री) = गौः. 2.9.66.2.4

मातृ (स्त्री) = गौः. 2.9.66.2.5

शृङ्गिणी (स्त्री) = गौः. 2.9.66.2.6

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