अमरकोषसम्पद्

         

नानार्थवर्गः 3.3.169

अभिहारोऽभियोगे च चौर्ये सन्नहनेऽपि च
स्याज्जङ्गमे परीवारः खड्गकोषे परिच्छदे

अभिहार (पुं) = चोरकर्मः. 3.3.169.1.1

अभिहार (पुं) = कलहाह्वानम्. 3.3.169.1.1

अभिहार (पुं) = सन्नहनम्. 3.3.169.1.1

परीवार (पुं) = खड्गपिधानम्. 3.3.169.2.1

परीवार (पुं) = परिच्छदः. 3.3.169.2.1

परीवार (पुं) = परिजनः. 3.3.169.2.1

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