अमरकोषसम्पद्

         

नानार्थवर्गः 3.3.25

स्वर्गेषुपशुवाग्वज्रदिङ्नेत्रधृणिभूजले
लक्ष्यदृष्ट्या स्त्रियां पुंसि गौर्लिङ्गं चिह्नशेफसोः

गो (स्त्री-पुं) = बाणः. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = इन्द्रस्य वज्रायुधम्. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = जलम्. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = किरणः. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = नेत्रम्. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = पशुः. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = स्वर्गः. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = वचनम्. 3.3.25.2.1

गो (स्त्री-पुं) = दिक्. 3.3.25.2.1

लिङ्ग (नपुं) = चिह्नम्. 3.3.25.2.2

लिङ्ग (नपुं) = पुरुषलिङ्गः. 3.3.25.2.2

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