अमरकोषसम्पद्

         

नानार्थवर्गः 3.3.33

पुंस्यात्मनि प्रवीणे च क्षेत्रज्ञो वाच्यलिङ्गकः
संज्ञा स्याच्चेतना नाम हस्ताद्यैश्चार्थसूचना

क्षेत्रज्ञ (पुं) = पुरुषः. 3.3.33.1.1

क्षेत्रज्ञ (वि) = कुशलः. 3.3.33.1.1

संज्ञा (स्त्री) = बुद्धिः. 3.3.33.2.1

संज्ञा (स्त्री) = गायत्रीच्छन्दः. 3.3.33.2.1

संज्ञा (स्त्री) = हस्तादिनार्थसूचना. 3.3.33.2.1

संज्ञा (स्त्री) = नाम. 3.3.33.2.1

संज्ञा (स्त्री) = सूर्यपत्नी. 3.3.33.2.1

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