अमरकोषसम्पद्

         

नानार्थवर्गः 3.3.5

मारुते वेधसि ब्रघ्ने पुंसि कः कं शिरोऽम्बुनोः
स्यात्पुलाकस्तुच्छधान्ये संक्षेपे भक्तसिक्थके

क (पुं) = ब्रह्मा. 3.3.5.1.1

क (पुं) = सूर्यः. 3.3.5.1.1

क (पुं) = वायुः. 3.3.5.1.1

कम् (नपुं) = जलम्. 3.3.5.1.2

कम् (नपुं) = शिरः. 3.3.5.1.2

पुलाक (पुं) = तुच्छधान्यम्. 3.3.5.2.1

पुलाक (पुं) = सङ्क्षेपः. 3.3.5.2.1

पुलाक (पुं) = भक्तसिक्तकान्नावयवः. 3.3.5.2.1

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