अमरकोषसम्पद्

         

अव्ययवर्गः 3.4.19

पुनरर्थेऽङ्ग निन्दायां दुष्ठु सुष्ठु प्रशंसने
सायं साये प्रगे प्रातः प्रभाते निकषान्तिके

अङ्ग (अव्य) = पुनरर्थः. 3.4.19.1.1

दुष्ठु (अव्य) = निन्दा. 3.4.19.1.2

सुष्ठु (अव्य) = प्रशंसनम्. 3.4.19.1.3

सायम् (अव्य) = दिनान्तः. 3.4.19.2.1

प्रगे (अव्य) = प्रभातम्. 3.4.19.2.2

प्रातर् (अव्य) = प्रभातम्. 3.4.19.2.3

निकषा (अव्य) = समीपः. 3.4.19.2.4

- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue