अमरकोषसम्पद्

         

अघमर्षण (वि) == अघमर्षणमन्त्रः

सर्वैनसामपध्वंसि जप्यं त्रिष्वघमर्षणम् 
ब्रह्मवर्गः 2.7.47.2.1

पर्यायपदानि
 सर्वैनसामपध्वंसि जप्यं त्रिष्वघमर्षणम्॥

 अघमर्षण (वि)
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