अमरकोषसम्पद्

         

आहत (वि) == गुणितम्

प्रवृद्धप्रसृते न्यस्तनिसृष्टे गुणिताहते 
विशेष्यनिघ्नवर्गः 3.1.88.2.6

पर्यायपदानि
 प्रवृद्धप्रसृते न्यस्तनिसृष्टे गुणिताहते॥

 गुणित (वि)
 आहत (वि)
अर्थान्तरम्
 अनक्षरमवाच्यं स्यादाहतं तु मृषार्थकम्।

 आहत (नपुं) - मिथ्यावचनम् 1.6.21.1
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