अमरकोषसम्पद्

         

चर्मन् (नपुं) == फलकः

फलकोऽस्त्री फलं चर्म संग्राहो मुष्टिरस्य यः 
क्षत्रियवर्गः 2.8.90.2.3

पर्यायपदानि
 फलकोऽस्त्री फलं चर्म संग्राहो मुष्टिरस्य यः॥

 फलक (पुं-नपुं)
 फल (नपुं)
 चर्मन् (नपुं)
अर्थान्तरम्
 अजिनं चर्म कृत्तिः स्त्री भैक्षं भिक्षाकदम्बकम्॥

 चर्मन् (नपुं) - मृगचर्मः 2.7.46.2
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