अमरकोषसम्पद्

         

नागर (नपुं) == राजकशेरुः

मुस्तेऽपि पिठरं राजकशेरुण्यपि नागरम् 
नानार्थवर्गः 3.3.188.2.2

पर्यायपदानि
 मुस्तेऽपि पिठरं राजकशेरुण्यपि नागरम्॥

 नागर (नपुं)
अर्थान्तरम्
 स्त्रीनपुंसकयोर्विश्वं नागरं विश्वभेषजम्॥

 नागर (नपुं) - शुण्ठी 2.9.38.2
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue