अमरकोषसम्पद्

         

मूर्त (वि) == मूर्च्छावान्

किलासी सिध्मलोऽन्धोऽदृङ्मूर्च्छाले मूर्तमूर्च्छितौ 
मनुष्यवर्गः 2.6.61.2.6

पर्यायपदानि
 किलासी सिध्मलोऽन्धोऽदृङ्मूर्च्छाले मूर्तमूर्च्छितौ॥

 मूर्च्छाल (वि)
 मूर्त (वि)
 मूर्च्छित (वि)
अर्थान्तरम्
 जरठं मूर्तिमन्मूर्तं प्रवृद्धं प्रौढमेधितम्॥

 मूर्त (वि) - कठिनम् 3.1.76.2
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