अमरकोषसम्पद्

         

सङ्घात (पुं) == समूहः

स्तोमौघनिकरव्रातवारसङ्घातसञ्चयाः 
सिंहादिवर्गः 2.5.39.2.6

पर्यायपदानि
 समूहे निवहव्यूहसंदोहविसरव्रजाः।
 स्तोमौघनिकरव्रातवारसङ्घातसञ्चयाः॥
 समुदायः समुदयः समवायश्चयो गणः।
 स्त्रियां तु संहतिर्वृन्दं निकुरम्बं कदम्बकम्॥

 समूह (पुं)
 निवह (पुं)
 व्यूह (पुं)
 सन्दोह (पुं)
 विसर (पुं)
 व्रज (पुं)
 स्तोम (पुं)
 ओघ (पुं)
 निकर (पुं)
 व्रात (पुं)
 वार (पुं)
 सङ्घात (पुं)
 सञ्चय (पुं)
 समुदाय (पुं)
 समुदय (पुं)
 समवाय (पुं)
 चय (पुं)
 गण (पुं)
 संहति (स्त्री)
 वृन्द (नपुं)
 निकुरम्ब (नपुं)
 कदम्बक (नपुं)
अर्थान्तरम्
 सङ्घातः कालसूत्रं चेत्याद्याः सत्त्वास्तु नारकाः।

 सङ्घात (पुं) - नरकभेदः 1.9.2.1
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