अमरकोषसम्पद्

         

सङ्कीर्णवर्गः 3.2.7

वर्धनं छेदनेऽथ द्वे आनन्दनसभाजने
आप्रच्छन्नमथाम्नायः सम्प्रदायः क्षये क्षिया

वर्धन (नपुं) = कर्तनम्. 3.2.7.1.1

छेदन (नपुं) = कर्तनम्. 3.2.7.1.2

आनन्दन (नपुं) = आलिङ्गनकुशलप्रश्नादिनानन्दनम्. 3.2.7.1.3

सभाजन (नपुं) = आलिङ्गनकुशलप्रश्नादिनानन्दनम्. 3.2.7.1.4

आप्रच्छन्न (नपुं) = आलिङ्गनकुशलप्रश्नादिनानन्दनम्. 3.2.7.2.1

आम्नाय (पुं) = गुरुपरम्परागतसदुपदेशः. 3.2.7.2.2

सम्प्रदाय (पुं) = गुरुपरम्परागतसदुपदेशः. 3.2.7.2.3

क्षय (पुं) = अपचयः. 3.2.7.2.4

क्षिया (स्त्री) = अपचयः. 3.2.7.2.5

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