अमरकोषसम्पद्

         

नानार्थवर्गः 3.3.189

शार्वरं त्वन्धतमसे घातुके भेद्यलिङ्गकम्
गौरोऽरुणे सिते पीते व्रणकार्यप्यरुष्करः

शार्वर (वि) = घनान्धकारः. 3.3.189.1.1

शार्वर (वि) = परद्रोहकारी. 3.3.189.1.1

गौर (वि) = ईषद्रक्तवर्णः. 3.3.189.2.1

अरुष्कर (वि) = व्रणकारिः. 3.3.189.2.2

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