अमरकोषसम्पद्

         

नानार्थवर्गः 3.3.32

समे क्ष्मांशे रणेऽप्याजिः प्रजा स्यात्सन्ततौ जने
अब्जौ शङ्खशशाङ्कौ च स्वके नित्ये निजं त्रिषु

आजि (स्त्री) = समक्ष्मांशः. 3.3.32.1.1

प्रजा (स्त्री) = जनः. 3.3.32.1.2

प्रजा (स्त्री) = सन्ततिः. 3.3.32.1.2

अब्ज (पुं) = शङ्खः. 3.3.32.2.1

निज (वि) = आत्मीयम्. 3.3.32.2.2

निज (वि) = नित्यम्. 3.3.32.2.2

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