अमरकोषसम्पद्

         

द्राक् (अव्य) == तत्क्षणम्

द्राग्झटित्यञ्जसाह्नाय द्राङ्मङ्क्षु सपदि द्रुते 
अव्ययवर्गः 3.4.2.1.5

पर्यायपदानि
 द्राग्झटित्यञ्जसाह्नाय द्राङ्मङ्क्षु सपदि द्रुते।
 मौने तु तूष्णीं तूष्णीकां सद्यः सपदि तत्क्षणे॥

 स्राक् (अव्य)
 झटिति (अव्य)
 अञ्जसा (अव्य)
 आह्नाय (अव्य)
 द्राक् (अव्य)
 मङ्क्षु (अव्य)
 सपदि (अव्य)
 सद्यस् (अव्य)
 सपदि (अव्य)
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue