अमरकोषसम्पद्

         

श्वभ्र (नपुं) == बिलम्

छिद्रं निर्व्यथनं रोकं रन्ध्रं श्वभ्रं वपा शुषिः 
पातालभोगिवर्गः 1.8.2.1.5

पर्यायपदानि
 नागलोकोऽथ कुहरं शुषिरं विवरं बिलम्॥
 छिद्रं निर्व्यथनं रोकं रन्ध्रं श्वभ्रं वपा शुषिः।

 कुहर (नपुं)
 सुषिर (नपुं)
 विवर (नपुं)
 बिल (नपुं)
 छिद्र (नपुं)
 निर्व्यथन (नपुं)
 रोक (नपुं)
 रन्ध्र (नपुं)
 श्वभ्र (नपुं)
 वपा (स्त्री)
 शुषि (स्त्री)
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue