अमरकोषसम्पद्

         

गुह्य (नपुं) == रहस्यम्

रहस्योपस्थयोर्गुह्यं सत्यं शपथतथ्ययोः 
नानार्थवर्गः 3.3.154.2.1

पर्यायपदानि
 रहस्योपस्थयोर्गुह्यं सत्यं शपथतथ्ययोः॥
 नामप्राकाश्ययोः प्रादुर्मिथोऽन्योन्यं रहस्यपि।
 धर्मे रहस्युपनिषत्स्यादृतौ वत्सरे शरत्।

 उपनिषद् (स्त्री)
 गुह्य (नपुं)
 मिथः (अव्य)
अर्थान्तरम्
 रहस्योपस्थयोर्गुह्यं सत्यं शपथतथ्ययोः॥

 गुह्य (नपुं) - भगशिश्नः 3.3.154.2
गुह्य (नपुं) == भगशिश्नः

रहस्योपस्थयोर्गुह्यं सत्यं शपथतथ्ययोः 
नानार्थवर्गः 3.3.154.2.1

पर्यायपदानि
 रहस्योपस्थयोर्गुह्यं सत्यं शपथतथ्ययोः॥
 नामप्राकाश्ययोः प्रादुर्मिथोऽन्योन्यं रहस्यपि।
 धर्मे रहस्युपनिषत्स्यादृतौ वत्सरे शरत्।

 उपनिषद् (स्त्री)
 गुह्य (नपुं)
 मिथः (अव्य)
अर्थान्तरम्
 रहस्योपस्थयोर्गुह्यं सत्यं शपथतथ्ययोः॥

 गुह्य (नपुं) - भगशिश्नः 3.3.154.2
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