शिखा चूडा शिखण्डस्तु पिच्छबर्हे नपुंसके सिंहादिवर्गः 2.5.31.2.2 अर्थः - मयूरशिखा
शिखा चूडा केशपाशी व्रतिनस्तु सटा जटा मनुष्यवर्गः 2.6.97.2.2 अर्थः - शिरोमध्यस्थचूडा