अमरकोषसम्पद्
amara
other koshas
shabda rupavali
apte etc
sambhashana sandesha
digital corpus
SARIT
Pandanus
गृह (पुं-बहु) == गृहम्
गृहाः पुंसि च भूम्न्येव निकाय्यनिलयालयाः
पुरवर्गः 2.2.5.2.1
पर्यायपदानि
गृहं गेहोदवसितं वेश्म सद्म निकेतनम्॥
निशान्तवस्त्यसदनं भवनागारमन्दिरम्।
गृहाः पुंसि च भूम्न्येव निकाय्यनिलयालयाः॥
गृह (नपुं)
गेह (पुं-नपुं)
उदवसित (नपुं)
वेश्मन् (नपुं)
सद्मन् (नपुं)
निकेतन (नपुं)
निशान्त (नपुं)
वस्त्य (नपुं)
सदन (नपुं)
भवन (नपुं)
आगार (नपुं)
मन्दिर (नपुं)
गृह (पुं-बहु)
निकाय्य (पुं)
निलय (पुं)
आलय (पुं)
अर्थान्तरम्
दारेषु च गृहाः श्रोण्यामप्यारोहो वरस्त्रियाः।
गृह (पुं-बहु) - पत्नी 3.3.239.1
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue