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Pandanus
न्याय्य (वि) == न्यायादनपेतद्रव्यम्
न्याय्यं च त्रिषु षट्संप्रधारणा तु समर्थनम्
क्षत्रियवर्गः 2.8.25.1.1
पर्यायपदानि
युक्तमौपयिकं लभ्यं भजमानाभिनीतवत्॥
न्याय्यं च त्रिषु षट्संप्रधारणा तु समर्थनम्।
युक्त (वि)
औपयिक (वि)
लभ्य (वि)
भजमान (वि)
अभिनीत (वि)
न्याय्य (वि)
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